ज़िन्दगी में जब कभी
खुशियों का मौसम आएगा
साथ न होने का तेरे
गम बहुत तड्पाएगा
तू किसी को न मिल
तो सब्र कर सकते हैं हम
गैर की वाहों पर
देखा तुझे न जाएगा
कितनी यादें है जुडी
उस एक चहरे से मेरी
आईने में भी मुझे
चेहरा नज़र वो आएगा
दिल से बढ़कर अब मेरी
रग रग में हैं तू बह रही
और भी मुश्किल तुझे
अब भूलना हो जाएगा
ज़िन्दगी में जब कभी...
sahi h....
ReplyDeleteवाह वाह्……………बडी गहराई और सच्चाई से लिखते हैं।
ReplyDeletebahut hi sundar hai
ReplyDeletewah... kya bat hai
ReplyDeletekhubsurat rachana ke sath bahut
hi sudar man-mugdha chitra..