"यादें"
Tuesday, May 18, 2010
क्यों है..
इन आँखों को किसी का इंतज़ार क्यों है
थोडा ही सही दिल बेक़रार क्यों है
यूँ तो मौसम साफ़ है और धूप है निकली
फिर भी किसी तूफ़ान का अहसास क्यों है
1 comment:
richa
May 25, 2010 at 12:58 AM
subhan-allahhhh
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
subhan-allahhhh
ReplyDelete