
धडकनों की मगर ख्वाइश तुझे पाने के लिए
ज़िन्दगी का सफ़र तनहा भी काट लेंगे सनम
बात होती जो तू हो साथ निभाने के लिए
दर्द लेने से नहीं डर हमे हरगिज़ यारों
तू जो हमदर्द हो मरहम को लगाने के लिए
यूँ तो रंगों से भरी ये कायनात खुदा
हमे दिखता नहीं कुछ और सजाने के लिए
दीप माना नहीं आसान है करना हासिल
एक बहाना ही सही दिल को मानाने के लिए
बेहतरीन ।
ReplyDeleteक्या बात है!! बहुत सुन्दर
ReplyDeleteइसे भी देखें-
फेरकर चल दिये मुँह, था वो बेख़ता यारों!
आईना अब भी देखता है रास्ता यारों!!