आज की शीला की कहानी
नयी अदा में बात पुरानी
घबराना कैसा फिर यारों
जब इंग्लिश पढने की ठानी
तेज़ जमाना जल्दी पाना
ठुमका तो मारेगी रानी
नज़र झुकाए खड़ी रही तो
वक़्त कहाँ जो देखे जानी
कहना उसका बुरा नहीं है
सोंच समझकर हमने मानी
जहाँ सभी हो पीनेवाले
कहाँ बिकेगा लाज का पानी
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (13/12/2010) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
gazab ....jabardast
ReplyDeleteKamaal ki rachna....
ReplyDeleteजहाँ सभी हो पीनेवाले
ReplyDeleteकहाँ बिकेगा लाज का पानी
सटीक कटाक्ष!
bahut khoob.........kha h Kamalji
ReplyDeletewah wah wah bahut khub
ReplyDeletebahutkhoob......
ReplyDeleteDeepji, liked touching creation .. Welcome to Bollywood talkies ... Atul
ReplyDeletenice ...
ReplyDeletehttp://shayaridays.blogspot.com