Thursday, April 1, 2010

आज फिर..

आज फिर

आज फिर दिल ने तेरा नाम लिया
आज भी हमने तुझे याद किया
यूँ तो रहती है हरदम साथ मेरे
छूके ख्वावों में बस इजहार किया


इरादा है...

अब दिल में रहने का इरादा है मेरा
आँखों में आसू जमा नहीं होते
याद आये तो बह जाते हैं हम
दिल में रहने वाले जुदा नहीं होते

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